मेरा पानी मेरी विरासत योजना, मेरा पानी मेरी विरासत योजना हरियाणा, Mera Panee Meree Virasat Yojna, Sarkariyojna.info

• उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य हरियाणा के डार्क जोन में शामिल क्षेत्रों में धान की फसल की जगह अन्य फसलों का विकल्प चुनने वालों को 7 हजार रू प्रति हेक्टेयर प्रोत्साहन राशि दी जाती है।

• इस योजना के तहत 40 मीटर से अधिक गहराई पर भूजल वाले 19 ब्लॉक में धान की जगह अन्य फसलों को प्रोत्साहित किया गया है।

• धान की जगह मक्का,अरहर,कपास,सब्जी की खेती करने की अनुमति दी गई है।

मेरा पानी-मेरी विरासत के तहत किसानों को मिलेगा सात हजार रुपये प्रति एकड़ का अनुदान :-

• प्रदेश में भू-जल स्तर को बचाने के लिए सरकार द्वारा मेरा पानी-मेरी विरासत योजना खरीफ 2023 को लागू किया गया है। जो किसान धान की फसल की बजाय वैकल्पिक फसल जैसे मक्का, कपास, अरहर, अरंड, मूंग, ग्वार, तिल, मूंगफली, मोठ, उड़द, सोयाबीन व चारा और फल व सब्जी की कास्त करने पर सात हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
• उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने बताया कि जिस किसान ने पिछले वर्ष खरीफ 2022 में धान बोया था, लेकिन इस वर्ष खरीफ में किला खाली छोड़ता है, तो वह भी इस स्कीम के लाभ का हकदार माना जाएगा। यदि किसी किसान ने पिछले वर्ष फसल विविधीकरण के अंतर्गत खरीफ 2022 में मेरा पानी-मेरी विरासत के तहत प्रोत्साहन राशि ली है और खरीफ 2023 में भी वह फसल विविधीकरण करता है, तो इस स्कीम के अंतर्गत लाभ का पात्र माना जाएगा।

• योजना के अंतर्गत किसान हिदायतों के अनुसार वैकल्पिक फसल की बुआई करने पर ही सात हजार रुपये प्रति एकड़ प्राप्त कर सकता है, जिसके लिए उसे मेरी फसल-मेरा ब्यौरा के पोर्टल पर मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के तहत 31 जुलाई 2023 तक पंजीकरण करवाना अनिवार्य होगा। अधिक जानकारी के लिए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।

• हरियाणा प्रदेश के सारे किसान अब ‘मेरा पानी मेरी विरासत’ के लिए आवेदन कर सकते हैं। कृषि तथा किसान कल्याण विभाग के निर्देशानुसार किसान fasal.haryana.gov.in पर 31 जुलाई 2023 तक पंजीकरण कर सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *