google-site-verification=kFF_GbTMjdJvyJNHI6thLREEW1qX4LmCzK2g8_p9rr8

मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना,कोरोना सहायता योजना

• मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना 25 जून 2021 को शुरू हुई।

• कोशिश-19 महामारी के कारण राज्य में अनाथ हुए बच्चों, विधवा महिलाओं एवं उनके बच्चों को आर्थिक,सामाजिक एवं शैक्षणिक संबल प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना की घोषणा की है।

• मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना,कोरोना सहायता योजना, मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना राजस्थान, मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना राजस्थान pdf, मुख्यमंत्री corona सहायता योजना राजस्थान covid-19, मुख्यमंत्री कोरोना बाल कल्याण योजना,कोरोना सहायता,corona sahayta yojana के बारे में जानकारी विस्तार से दी जाएगी। आप इस लेख को पूरा अवश्य पढ़ें ।

• राजस्थान सरकार ने कोरोना वैश्विक महामारी के पीड़ित परिवारों के लिए मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना के तहत राहत पैकेज की घोषणा की थी। अधिकारी हर पात्र पीड़ित परिवार तक इसका लाभ पहुंचाना सुनिश्चित करें। राजस्थान सरकार ने अनाथ बालक-बालिका, विधवा महिला एवं विधवा महिला के बालक-बालिका के लिए एक बेहतर कोरोना राहत पैकेज की घोषणा की है।

• कोविड-19 महामारी से अपने माता-पिता को खो चुके अनाथ बच्चों का सहारा अब राज्य सरकार बनेगी। कोरोना के कारण माता-पिता दोनों को अथवा एकल जीवित माता या पिता को खोने वाले बेसहारा बच्चों को ‘मुख्यमंत्री कोरोना बाल कल्याण योजना‘ के तहत तत्काल सहायता के रूप में एक लाख रूपये का एकमुश्त अनुदान तथा 18 वर्ष पूरे होने तक ढ़ाई हजार रूपये की राशि प्रतिमाह दी जाएगी।

• अनाथ बालक-बालिका के 18 वर्ष की उम्र होने पर उसे 5 लाख रूपये एकमुश्त सहायता दी जाएगी। ऐसे बच्चों को 12वीं कक्षा तक पढाई की सुविधा आवासीय विद्यालय अथवा छात्रावास के माध्यम से निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।

• कोविड-19 महामारी के कारण बेसहारा हुई कॉलेज में अध्ययनरत छात्राओं को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित छात्रावासों में प्राथमिकता के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा।

• कॉलेज में पढ़ने वाले बेसहारा छात्रों को ‘अंबेडकर डीबीटी वाउचर योजना‘ का लाभ मिलेगा। कोविड महामारी से प्रभावित निराश्रित युवाओं को ‘मुख्यमंत्री युवा संबल योजना‘ के तहत बेरोजगारी भत्ता दिए जाने में प्राथमिकता दी जाएगी।

• इस महामारी के कारण अपने पति को खो चुकी विधवा महिलाओं को भी राज्य सरकार द्वारा एकमुश्त एक लाख रूपये की सहायता अनुदान के रूप में दी जाएगी। साथ ही, ऐसी विधवाओं को प्रतिमाह डेढ़ हजार रूपये विधवा पेंशन दी जाएगी। इसके लिये आयु वर्ग एवं आय की कोई भी सीमा नहीं होगी।

• इन विधवाओं के बच्चों को निर्वाह के लिए एक हजार रूपये प्रतिमाह तथा स्कूल ड्रेस एवं किताबों के लिए दो हजार रूपये सालाना प्रति बच्चा दिया जाएगा।

• उल्लेखनीय है कि कोरोना की दूसरी लहर में एक मात्र सहारा छिन जाने से कई बच्चे बेसहारा हो चुके हैं। ऐसे बच्चों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए इनके लिए पैकेज तैयार करने के निर्देश दिये थे।

• केन्द्र सरकार भी राज्य सरकार के पैकेज के अनुरूप पीड़ित परिवारों को अधिक सहायता उपलब्ध कराए। अभी तक केन्द्र सरकार की ओर से केवल अनाथ बच्चों के लिए ही सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। यह सहायता भी 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर मिलती है। ऐसे में पीड़ित परिवारों को संकट की इस घड़ी में तात्कालिक रूप से यथोचित सहायता नहीं मिल पा रही है।

• मुख्यमंत्री श्री Ashok Gehlot के संवेदनशील एवं मानवीय निर्णयों से प्रदेश में कोविड महामारी से पीड़ित परिवारों को नया जीवन मिल रहा है।

• कोविड से अपनों की जान गवाने वाले परिवारों को मुख्यमंत्री की पहल पर सहृदयतापूर्वक संबल प्रदान किया जा रहा है। ऐसे परिवारों को आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक संबल प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना, कोरोना वारियर्स सहायता योजना एवं एसडीआरएफ मद से अनुग्रह सहायता जैसी महत्वपूर्ण योजनाएं राज्य में लागू की गई हैं। इन योजनाओं के माध्यम से हजारों परिवारों को राहत मिली है।

• योजना अंतर्गत प्रत्येक अनाथ बालक/बालिकाओं को तत्कालिक सहायता के रूप में 1 लाख रू की एकमुश्त सहायता,18 वर्ष की आयु तक 2500 रू प्रतिमाह एवं 2000 रू वार्षिक देय है।

• 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर 5 लाख की सहायता राशि देय है।

• कोविड-19 से पति की मृत्यु होने के फलस्वरूप विधवा हुई महिला को 1 लाख रू एक मुश्त में दिये जाएंगे और 1500 रू प्रतिमाह विधवा पेंशन दी जाएगी।

• विधवा महिलाओं के बच्चों को 1000 रू प्रति बच्चा प्रति माह तथा विद्यालय की पोशाक व पाठ्य पुस्तकों के लिए सालाना 2000 रू का लाभ दिया जाएगा।

• साथ ही इन बच्चों को शैक्षणिक/अन्य सहायता अन्तर्गत कक्षा 12 तक नि:शुल्क शिक्षा राजकीय आवासीय विद्यालय/छात्रावास/विद्यालय, कॉलेज में अध्ययन करने वाली छात्राओं को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित छात्रावासों में प्राथमिकता से प्रवेश, कॉलेज में अध्ययन करने वाले छात्रों के लिए आवासीय सुविधाओं हेतु अम्बेडकर डी.बी.टी. योजना का लाभ एवं मुख्यमंत्री युवा संबल योजना के अन्तर्गत बेरोजगारी भत्ता दिए जाने वाले लाभ प्राथमिकता से देय है।

• इसी प्रकार योजनान्तर्गत विधवा महिला को 1 लाख की तात्कालिक सहायता के साथ ही 1500 रू प्रतिमाह पेंशन देय है साथ ही विधवा के बच्चों को 18 वर्ष की आयु तक 1000 रू प्रतिमाह एवं 2000 रू वार्षिक देय है।

• मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने राज्य सरकार के सभी कर्मचारियों के कोरोना अभियान से संबंधित ड्यूटी पर रहते हुए कोरोना संक्रमण की वजह से असामयिक मृत्यु होने पर आश्रित/परिवार को 50 लाख रूपये की सहायता को देने की घोषणा की है।

• उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा कोरोना महाप्रकोप में ड्यूटी के दौरान मृत्यु हो जाने पर सिर्फ स्वास्थ्यकर्मियों का 50 लाख रूपये का बीमा करने की घोषणा की गई है।

• इसका दायरा बढाते हुए राज्य सरकार द्वारा उक्त स्वास्थ्य कर्मियों के अलावा अन्य सभी राज्य कर्मचारियों (पटवारी, ग्राम सेवक, कांस्टेबल आदि), संविदा कर्मचारी (सफाई कर्मचारी, स्वास्थ्य कर्मचारी आदि) एवं मानदेय कर्मचारी (होमगार्डस, सिविल डिफेंस, आशा सहयोगिनी, आंगनबाडी कार्यकर्ता, आंगनबाडी सहायिका, मिनी आशा इत्यादि) को कोरोना अभियान की ड्यूटी पर रहते हुए कोरोना संक्रमण की वजह से असामयिक मृत्यु होने पर 50 लाख रूपये की सहायता दी जाएगी।

राजस्थान में कोरोना पीड़ित अनाथ और विधवाओं को ये मिलेगा पैकेज

अनाथ बच्चों के लिए सहायता राशि

• तत्काल 1 लाख रुपए की सहायता राशि मिलेगी।

• 18 साल की उम्र होने तक हर महीने 2500 रूपए मिलेंगे।

• 18 साल की उम्र पूरी होने पर एकमुश्त 5 लाख रुपए की सहायता।

• कॉलेज में पढ़ने वाली बालिकाओं को सरकारी हॉस्टल में प्रवेश।

• कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चों को डीबीटी वाउचर योजना का लाभ।

विधवा महिलाओं के लिए सहायता राशि

• एक लाख रूपए की एकमुश्त सहायता मिलेगी।

• 1500 रूपए प्रतिमाह विधवा पेंशन तत्काल रूप से मिलेंगी।

• विधवा महिलाओं के बच्चों को 1000 रूपए प्रतिमाह सहायता।

• विद्यालय की ड्रेस और किताबें खरीदने के लिए 2000 रूपए सालाना दी जाएगी।

Leave a Comment