• इंदिरा महिला शक्ति उड़ान योजना 19 दिसंबर 2021 को शुरू की गई।

• उङान योजना में मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता प्रबंधन के बारे में दूरदराज के क्षेत्रों में जागरूकता पैदा करने पर ध्यान दिया गया।

• इस योजना के तहत स्वास्थ्य और स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में 10 से 45 वर्ष तक आयु की प्रत्येक महिला एवं लङकी को हर महीने 12 सैनेटरी नैपकिन का नि:शुल्क वितरण किया जाएगा।

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आई.एम. शक्ति उड़ान योजना का मुख्य उद्देश्य

• बालिकाओं और महिलाओं को सैनेटरी नैपकिन हेतु प्रोत्साहित करना एवं उनकी गरिमा, सुरक्षा एवं महावारी से संबंधित जागरूकता लाने के लिए विशेष अभियान चलाना एवं अनुकूल वातावरण तैयार करना।

• विशेषतः ग्रामीण क्षेत्रों में जहां घूंघट प्रथा है उन महिलाओं को जागरूक करना ताकि महिलाएं अपनी महावारी संबंधित समस्याओं पर नि: शुल्क सैनेटरी नैपकिन का उपयोग करे।

इंदिरा महिला शक्ति उङान योजना 
Indra mahila sakti Udan yojna

• राजस्थान में बालिकाओं और महिलाओं के लिए सुरक्षित और नि:शुल्क सैनेटरी नैपकिन उपलब्ध कराना।

• माहवारी स्वास्थ्य प्रबंधन के बारे में आमजन को जागरूक करना।

उड़ान योजना के तहत 1.45 करोड़ किशोरियों-महिलाओं को लाभ देने का लक्ष्य

• मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की ओर से राज्य बजट में घोषित उड़ान योजना की क्रियान्विति राजस्थान की महिलाओं की स्वास्थ्य जागरूकता के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है। इसके तहत किशोरियों और महिलाओं को माहवारी प्रबंधन के लिए नि: शुल्क सैनेटरी नैपकिन वितरण किया जा रहा है।

• वर्ष 2021-22 में लागू की गई आई एम शक्ति उड़ान योजना से बीते लगभग एक वर्ष में 29 लाख किशोरियां और महिलाएं लाभान्वित हो चुकी है।

• यह योजना दिसंबर 2021 में राज्य सरकार के 3 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर शुरू हुई थी।

• प्रथम चरण में राज्य के लगभग 34 हजार राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत 26 लाख छात्राएं एवं 1410 आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से लगभग 3 लाख किशोरियां एवं महिलाएं लाभान्वित हुई है।

• योजना के दूसरे चरण के निर्धारित लक्ष्य में से 87% से अधिक महिलाओं एवं बालिकाओं को लाभान्वित किया जा चुका है।

• इस चरण में आंगनबाड़ी केंद्रों और राजकीय विद्यालयों के साथ-साथ राजकीय महाविद्यालयों, राज्य सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा संचालित आवासीय विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं को भी सेनेटरी नैपकिन का नि: शुल्क वितरण किया जा रहा है।

• राज्यभर की लगभग 1.45 करोड़ किशोरियों एवं महिलाओं को लाभान्वित करने के क्रम में 96,645 केन्द्रों पर नैपकिन उपलब्ध कराया जा रहा।

• प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं माहवारी समस्याएं संकोचवश साझा नहीं कर पाती हैं, जिसके चलते वे अनेक रोगों से ग्रसित हो जाती है।

• मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने इस समस्या को मिटाने के लिए यह संवेदनशील योजना शुरू की है।

• योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए संबंधित विभागों के राज्य, जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों का आमुखीकरण किया गया है।

• अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 8 मार्च को माहवारी स्वच्छता जागरूकता एवं प्रबंधन के लिए राज्यभर में लगभग 18 लाख किशोरियों-महिलाओं को ‘पैडमैन’ फिल्म दिखाई गई।

• स्वयं सहायता समूहों, सामाजिक संस्थाओं एवं गैर सरकारी संगठनों को महावारी स्वच्छता प्रबंधन में उत्कृष्ट कार्य करने पर प्रोत्साहन देना।

नि: शुल्क सैनेटरी नैपकिन से मिली स्वास्थ्य सुरक्षा

• जयपुर की रहने वाली अश्विनी पारीक का कहना है कि उड़ान योजना के लिए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का आभारी हूं। योजना के माध्यम से मिलने वाले निः शुल्क सेनेटरी नैपकिन से उन्हें विभिन्न लाभ हुए हैं।

• अश्विनी की मां सुमन बताती है कि योजना से पहले उन्हें कपड़ा इस्तेमाल करना पड़ता था, जिससे बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण बाजार से उनके लिए सैनेटरी पैड खरीदना भी मुश्किल होता था।

• महिला अधिकारिता द्वारा एक अभियान से उन्हें उड़ान योजना के बारे में पता चला। उनका कहना है कि अभियान के माध्यम से विभाग द्वारा उन्हें और उनके जैसी अनेक महिलाओं को कपड़ा इस्तेमाल करने के दुष्प्रभाव एवं माहवारी के समय में होने वाली बीमारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।

• महिला अधिकारिता द्वारा अभियान के तहत नि: शुल्क पैड का वितरण किया गया,जिसे सुमन और अश्विनी ने इस्तेमाल करना शुरू किया। सुमन का कहना है कि निः शुल्क सैनेटरी नैपकिन की मदद से उन्हें महंगे पैड खरीदने व कपड़ा इस्तेमाल करने की परेशानी से मुक्ति मिली है। साथ ही माहवारी के समय खान पान का किस तरह ध्यान रखा जाए, इसके बारे में भी जागरूकता बढ़ी है।

• सुमन और अश्विनी मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का आभार प्रकट करते हुए कहती हैं कि राज्य सरकार को इस योजना से उनका जीवन बदल गया है।

इंदिरा महिला/आई.एम. शक्ति उड़ान योजना के लिए पात्रता

• राजस्थान का स्थाई निवासी होना चाहिए।

• इस योजना के अंतर्गत केवल महिलाएं ही आवेदन करने के पात्र हैं।

• 10 से 45 वर्ष की आयु तक की महिलाएं और बालिका इस योजना के अंतर्गत लाभ उठा सकते हैं।

• गरीबी रेखा से नीचे का जीवन यापन करने वाले महिला और बालिका ही इसका लाभ उठा सकते हैं।

इंदिरा महिला शक्ति उड़ान योजना हाइलाइट

योजना का नामआई एम शक्ति उड़ान योजना राजस्थान
योजना कब शुरू हुई19 दिसंबर 2021
योजना का संचालनमहिला एवं बाल विकास विभाग राजस्थान
योजना का लाभप्रतिमाह निःशुल्क 12 सैनिटरी नैपकिन
योजना के लाभार्थी10 से 45 वर्ष तक की बालिकाएं व महिलायें
Official WebsiteClick Here

आई. एम. शक्ति उड़ान योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज

• आधार कार्ड

• जन आधार कार्ड

• मोबाइल नम्बर

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